शाम के करीब 4:30 से 5:00 के बीच वज्रपात से 8 लोग घायल हो गए सभी को आनन-फानन में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल लाया गया. जहां इलाज के क्रम में दो व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया. जिसमें एक व्यक्ति जगन्नाथ धाम मंदिर के विजय पांडे के सुपुत्र बताये जा
ज्यपाल सी०पी० राधाकृष्णन एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रांची के धुर्वा स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर रथयात्रा महोत्सव में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र की विधिवत पूजा-अर्चना कर झारखंड वास
18 जून को धनबाद के बलियापुर में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति का महाधिवेशन था। जहाँ सर्वसम्मति से जयराम महतो को अध्यक्ष चुना गया। उसके बाद जयराम ने एलेक्ट्रोल पॉलिटिक्स में आने की घोषणा मंच से कर दी। उन्होंने कहा कि वे आगामी लोकसभा और विधानसभा की सभी स
हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में रहने वाले किन्नर को हर माह एक हजार रुपए पेंशन देगी. दैनिक भाष्कर में छपी खबर के मुताबिक महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव भी तैयार किया है. विभागीय मंत्री और विकास आयुक्त की अध्यक्षता वाली राज्य
अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोपी प्रेम प्रकाश ने रांची ED की स्पेशल कोर्ट द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग केस में खुद पर गठित आरोप के आदेश को चुनौती दी है. उसी मामले में प्रेम प्रकाश की क्रिमिनल रिवीजन पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई.
झारखंड राज्य आवास बोर्ड के धुर्वा स्थित बिरसा नगर हाउसिंग कॉलोनी प्रोजेक्ट को योजना प्राधिकृत समिति की मंजूरी मिल गई है। अब संभवत: कैबिनेट की बैठक में संबंधित प्रस्ताव रखा जायेगा।
एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आज राज्य के हजारों सहायक अध्यापक राजधानी की सड़कों पर दिखे। ये शिक्षक जैसे ही सीएम आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे वैसे ही पुलिस ने इन्हें रोक दिया। राजकीय सहायक अध्यापकों ने सरकार पर उदासीन रवैया अप
झारखंड के पारा शिक्षक आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इसलिए रांची जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री आवास के आसपास 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी है।
मुंबई में देशभर के विधायक व विधान पार्षद का महाजुटान है। विभिन्न राज्यों से 2500 से ज्यादा विधायक इस सम्मेलन में शामिल होने वाले हैं। झारखंड से दो दर्जन से ज्यादा विधायक मुंबई गये हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पश्चिमी सिंहभूम के सुदूरवर्ती गांव के ग्रामीणों को अब मूलभूत सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों के लोग दशकों तक मूलभूत सुविधाओं से वंचित थे। अब दुरूह गांव तक सरकार की योजनाएं पहुंच रही है।